उत्तर प्रदेश में प्रयोग की जाने वाली सभी भाषा बोलियों को एक मंच पर लाने का प्रयत्न करना व सभा की गतिविधियों के संचालन हेतु दान स्वरूप धन व चल, अचल संपत्ति अर्जित करना। विभिन्न सरकारी साहित्यिक संस्थानों से साहित्यकारों को जोड़ना व उनकी योजनाओं को साहित्यकारों तक पहुंचाने के लिए सेतु का कार्य करना | गणतंत्रदिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष एक झांकी साहित्यकारो को समर्पित कराने का प्रयत्न करना व स्वतंत्रता तथा गणतंत्र दिवस पर कविसम्मेलनों का आयोजन राजभवन सहित प्रत्येक जिले में आयोजित करने हेतु समन्वय का कार्य करना।
उत्तर प्रदेश
साहित्य सभा
उत्तर प्रदेश में प्रयोग की जाने वाली सभी भाषा बोलियों को एक
मंच पर लाने का प्रयत्न करना व सभा की गतिविधियों के संचालन
हेतु दान स्वरूप धन व चल, अचल संपत्ति अर्जित करना। प्रदेश के
सभी भाषाओं के साहित्यकारों का आपस मे परिचय व मेलजोल
बढ़ाना जिससे साहित्यिक आदान प्रदान हो सके।
मंच पर लाने का प्रयत्न करना व सभा की गतिविधियों के संचालन
हेतु दान स्वरूप धन व चल, अचल संपत्ति अर्जित करना। प्रदेश के
सभी भाषाओं के साहित्यकारों का आपस मे परिचय व मेलजोल
बढ़ाना जिससे साहित्यिक आदान प्रदान हो सके।
अवधी सभा
बुन्देली सभा
भोजपुरी सभा
उर्दू सभा
ब्रज सभा
अँग्रेजी सभा
ब्रज सभा
अँग्रेजी सभा
उत्तर प्रदेश साहित्य सभा में आपका स्वागत है !
नवोदित साहित्यकारों को प्रोत्साहन
नवोदित और उदीयमान व युवा तथा स्नातक साहित्यकारों को प्रोत्साहन देने के लिए योजनाओं का संचालन।
साहित्यिक आदान प्रदान
प्रदेश के सभी भाषाओं के साहित्यकारों का आपस मे परिचय व मेलजोल बढ़ाना जिससे साहित्यिक आदान प्रदान हो सके।
कार्यशालाओं का आयोजन
पुरानी एवं अनुभवी साहित्यकारों की पीढ़ी से नए साहित्यकारों का साक्षात्कार कराना एवं कार्यशालाओं का आयोजन करना
साहित्यकारों को सहायता
आकस्मिकता या विपत्ति पड़ने पर साहित्यकारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का हर सम्भव प्रयत्न करना।
कार्यकारिणी सदस्य
संरक्षक / उन्नायक
जिला संयोजक / प्रभारी
सामान्य सदस्य्ता- रु200.00 वार्षिक
उत्तर प्रदेश साहित्य सभा
उत्तर प्रदेश साहित्य सभा के उद्देश्य
प्रदेश के सभी भाषाओं के साहित्यकारों का आपस मे परिचय व मेलजोल बढ़ाना जिससे साहित्यिक आदान प्रदान हो सके।
उत्तर प्रदेश में प्रयोग की जाने वाली सभी भाषा बोलियों को एक मंच पर लाने का प्रयत्न करना व सभा की गतिविधियों के संचालन हेतु दान स्वरूप धन व चल, अचल संपत्ति अर्जित करना।
नवोदित और उदीयमान व युवा तथा स्नातक साहित्यकारों को प्रोत्साहन देने के लिए योजनाओं का संचालन।
शिक्षण संस्थाओं में साहित्यिक गतिविधियां कर विद्यार्थियों में साहित्य के प्रति रुचि जाग्रत करना।
विभिन्न सरकारी साहित्यिक संस्थानों से साहित्यकारों को जोड़ना व उनकी योजनाओं को साहित्यकारों तक पहुंचाने के लिए सेतु का कार्य करना