सदस्यता – उत्तर प्रदेश में जन्मे या उत्तर प्रदेश में निवास कर रहे साहित्यकार व साहित्यप्रेमी ही उत्तर प्रदेश सहित्यसभा के सदस्य बन सकते हैं।
सदस्यता के प्रकार व शुल्क
प्रधान संरक्षक
प्रदेश के किसी महत्वपूर्ण पदारूढ़ व्यक्ति को प्रधान संरक्षक बनाया जायेगा जो सभा के उन्नयन और विकास में सहयोगी हो। प्रदेश के राज्यपाल या मुख्यमंत्री को पदेन प्रधान संरक्षक बनने हेतु निवेदन किया जा सकता है।
मुख्य संरक्षक
प्रदेश में जन्मे किसी भी ऐसे व्यक्ति या व्यक्तियों को मुख्य संरक्षक के रूप में सम्मिलित किया जा सकता है जो आर्थिक सहयोग करने में सक्षम तो हो ही किन्तु साहित्य के प्रति कोमल भाव भी रखते हों।
संरक्षक
वरिष्ठ साहित्यकार और प्रदेश में जन्मे साहित्यप्रेमी व्यापारी / व्यवसायी / अधिकारी गण संरक्षक के रूप में शामिल किए जा सकेंगे।